सीने में दर्द व भारीपन का होना बड़े रोग की तरफ करता है संकेत..?
बलिया। जनपद के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. संतोष कुमार ने कहा कि युवाओं में हो रहे चेस्ट पेन को कभी साधारण दर्द न समझें। चेस्ट पेन कई कारणों से होता है, लेकिन समय रहते चिकित्सकीय सलाह जरूरी है। स्वस्थ एवं सुरक्षित रहने के लिए खुद का ख्याल व उपचार सर्वोपरि हैं।
अपूर्व हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर मझौली (शंकरपुर) -बलिया के संचालक डा. संतोष कुमार यह भी कहते हैं कि वर्तमान समय में युवा वर्ग की जिंदगी पटरी से उतर गई है। आजकल देखने को मिल रहा है कि युवा मोबाइल में चिपके रहते हैं। इससे देर रात तक जगने और सुबह में काफी देर तक सोने के आदती होते जा रहे हैं। यह जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
स्वास्थ्य रहने के लिए सबसे पहले अपना आहार और अपनी दिनचर्या को दुरुस्त करना होगा। कहा कि चेस्ट पेन होने के कई कारण होते हैं। पहले कारण का पता लगाना जरूरी है। इसकी वजह गैस व ब्लड प्रेशर भी हो सकता है, लेकिन इसे हल्के में न लें और न ही नजरअंदाज करें। नजदीक के चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।
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उन्होंने कहा कि हृदय रोग के प्रारंभिक लक्षण जैसे चेस्ट पेन दाहिने हाथ, फेफड़ा, पेट अथवा जबड़े की तरफ बढ़ता है, यह हृदय रोग के लक्षण है। सीढ़ी पर चढ़ने एवं तेज चलने पर सीने में भारीपन महसूस होना। ऐसे में मरीज का कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर चेकअप कराने के साथ ही ईसीजी तत्काल करना चाहिए।
इसके अलावा जरूरत पड़ने पर अन्य जांच भी कराई जाती है।वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. संतोष कुमार ने कहा कि अगर परिवार में कोई सदस्य एवं रिश्तेदार पूर्व में हृदय रोगी रहा है, तो उसका भी असर नई पीढ़ी पर पड़ता है। ऐसे लोगों को विशेष सतर्कता की जरूरत है। वह समय-समय पर अपना चेकअप कराते रहें, तभी उनका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा ।