
कड़े निर्देश के बाद आरओ मशीन, मूत्रालय एवं शौचालय को दुरूस्त करने में जुटे कर्मचारी
बलिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजीव वर्मन ने बीते दिनों जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया था। उन्होंने अस्पताल परिसर के साथ ही एक-एक वार्डो का बारीकी से निरीक्षण किया। अस्पताल के नए भवन में संचालित पैथोलॉजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड एवं फिजियोथैरेपी विभाग तक को देखा।



हालांकि समयाभाव में एनआरसी सहित कुछ अन्य विभागों तक वह नहीं पहुंच पाए और यहां की समस्याओं से भी अनभिज्ञ रहे। लेकिन उन्होंने अपने निरीक्षण में जितना देखा उसे गंभीरता से लिया। सबसे बड़ी बात गर्मी के मौसम में मरीजों एवं उनके तीमारदारों को मिलने वाला शीतल पेयजल के लिए लगा आरओ मशीन लंबे समय से खराब पड़ा था। इससे जिला चिकित्सालय के नये भवन में पानी की सुविधा तक नहीं थी। साथ ही परिसर का मूत्रालय एवं गंदगी से पटा शौचालय देखने लायक नहीं था। उन्होंने इसे तत्काल ठीक करने का आदेश दिया।



बता दें की मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कड़े निर्देश के बाद इस दिशा में कार्य तेजी से चल रहा है। आरओ मशीन को दुरुस्त करने में जहां टेक्नीशियन लगे हुए हैं, वहीं मूत्रालय एवं शौचालय की साफ-सफाई भी युद्धस्तर पर कराई जा रही है। पैथोलॉजी के नए रजिस्ट्रेशन काउंटर पर महिला एवं पुरुषों के लिए रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। जबकि विकलांगों के लिए अभी सुविधा न होने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने तत्काल इसे शुरू कराने का निर्देश सीएमएस डॉ. एसके यादव को दिया।



जिला अस्पताल के आपातकालीन कक्ष के साथ ही प्रयोगशाला, ब्लड बैंक एवं ओपीडी का भी गहनता से निरीक्षण किया। चिकित्सकों के अस्पताल समय से आने, ओपीडी में मरीजों को समय से देखने तथा अस्पताल के समय में ड्यूटी पूरी ईमानदारी एवं जिम्मेदारी के साथ निभाने का निर्देश दिया।


पुराने जिला चिकित्सालय अंतर्गत संचालित ट्रामा सेंटर एवं उसमें बैठने वाले चिकित्सकों के बारे में भी जानकारी ली। आयुष एवं होम्योपैथिक विभागों में चिकित्सकों को बेहतर कार्य करने एवं मरीज की संख्या बढ़ने पर जोर दिया। शासन के निर्देशानुसार कार्य करने एवं इन विभागों में भी दावों की भरपूर उपलब्धता का उन्होंने आश्वासन दिया। खास बात यह रही की नवागत मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निरीक्षण के बाद जिला चिकित्सालय में परिवर्तन दिखाई देने लगा है।


जानकारों की मानें तो एनआरसी सहित कई विभागों में अब भी कर्मचारियों का टोटा एवं कार्य को सही रूप से संचालित करने में अड़चन आ रही है। इस दिशा में उच्च अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही ऐसे कर्मचारी व अधिकारी जो मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं एवं अपना कार्य ईमानदारी से नहीं करते उनके विरुद्ध कार्रवाई भी नियतांक आवश्यक है। सीएमओ के निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) समेत अन्य वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद रहे।

