नियमित योग करने से स्वस्थ हो जाता है शरीर-डा. पंकज कुमार झा
अखिलानंद तिवारी
बलिया। शरीर में गांठ (Lump) बनने का मुख्य कारण क्या है और इससे कैसे निजात पाई जा सकती है ? इस बारे में जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर पंकज कुमार झा से विशेष बातचीत..। डॉ पंकज कुमार झा का कहना है कि शरीर में गांठ बनने के बहुत कारण होते हैं।


जिसमें मुख्य रूप से चर्बी की गांठ, नसों में गांठ, वसा ऊतक या फैट से बनने वाली गांठ, सिस्ट यानि द्रव से भरी हुई थैली यह त्वचा के नीचे अथवा शरीर के अन्य अंगों में हो सकती है। सूजी हुई लिम्फ नोड्स यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा होता है। संक्रमण के कारण सूजन से गांठ बनने की संभावना होती है। शरीर में लंबे समय तक घाव व फोड़े और कैंसर के कारण भी गांठ होने की संभावना होती है।



उन्होंने बताया कि हार्मोनल बदलाव के कारण शरीर में गांठ बनने की अधिक संभावना रहती है। शरीर में बनने वाली हर गांठ खतरनाक नहीं होती, लेकिन अगर शरीर में एक या एक से अधिक गांठ हो तो उसे चिकित्सक से दिखाना और उचित परामर्श लेना आवश्यक होता है। ताकि यह पता चल सके कि यह गांठ किस कारण से बनी है और इसका उपचार क्या है ?



देखा जाए तो लिपोमा (चर्बी की गांठ) एक आम प्रकार की गांठ है जो त्वचा के नीचे बनती है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर गांठ दर्द रहित होती है, कुछ गांठों में ही दर्द होना पाया जाता है। सामान्य तौर पर लिपोमा से शरीर को कोई विशेष खतरा नहीं होता और इसे हटाने की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है। लेकिन जब यह त्वचा को नुकसान पहुंचाने लगे और खतरनाक हो तो इसका उपचार जरूरी है। अगर आपको किसी प्रकार की गांठ से कोई चिंता है, तो डॉक्टर से उचित परामर्श लें।



शरीर में गांठ न बनने पाए और हम स्वस्थ रहें, इसके लिए जरूरी है नियमित योग करना। योग करने से शरीर की गांठ समाप्त होने के साथ ही हमें अन्य रोगों से मुक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि चालीस की उम्र के बाद स्वस्थ व्यक्ति का आहार बिल्कुल सादा और तेल व मसाले से रहित होना चाहिए। कहा कि बाहरी खाने से बचें, फास्ट फूड न खाएं।


