महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा या प्रताड़ना होने पर वह बिना किसी डर के अपनी समस्या पहुंचाएं
यौन उत्पीड़न व लैंगिक अपराधों से बालकों के संरक्षण अधिनियम 2012 की दी गई विस्तृत जानकारी
बलिया। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देश एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनिल कुमार झा के आदेश पर मंगलवार को वन स्टाप सेंटर द्वारा जिला चिकित्सालय में महिलाओं के अधिकारों के विषय पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव हरीश कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव हरीश कुमार द्वारा अपने अध्यक्षीय उद्वोधन में उपस्थित महिलाओं को बताया गया कि यदि उनके साथ घर में किसी भी प्रकार की घरेलू हिंसा या प्रताड़ना होती है तो वह बिना किसी डर के अपनी समस्या हम तक पहुंचाएं। साथ ही कार्यरत स्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न व लैंगिक अपराधों से बालकों के संरक्षण अधिनियम 2012 की विस्तृत जानकारी भी दी गई।
कहा कि यह अधिनियम बच्चों के प्रति होने वाले लैंगिक उत्पीड़न, लैंगिक शोषण एवं पोर्नाेग्राफी जैसे जघन्य अपराधों को रोकने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा बनाया गया है तथा यह एक्ट भारत के सभी नागरिकों पर लागू हैं।
समाज के अन्तिम पायदान पर रहने वाले व्यक्ति तक विधिक सेवाओं की पहुंच बढ़ाने के लिये नालसा द्वारा एलएसएमएस पोर्टल तथा टोल फ्री हेल्प लाइन नं0 15100 की सेवायें दी जा रही है, जिसके माध्यम से विधिक सहायता आसानी से घर बैठे प्राप्त कर सकते है।
घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न से पीड़ित महिलाओं की समस्याओं को सुना गया और मौके पर ही निस्तारण किया गया। इस अवसर पर श्रीमती प्रिया, केंद्र प्रशासक, हर्षवर्धन कार्यालय सहायक एवं अन्य महिलायें उपस्थित रही।