आयुष्मान : मेडिसिन व सर्जिकल से जुड़े मरीजों को मिलती है निःशुल्क उपचार की सुविधा
एक ही कैंपस में 32 से अधिक अनुभवी डाक्टरों की रहती है टीम
बलिया। शांति हॉस्पिटल एवं सर्जिकल सेंटर शंकरपुर मझौली के चेयरमैन डॉ. आरबीएन पांडेय ने बताया कि पिछले ढ़ाई दशक से जनपद का यह एकलौता हॉस्पिटल है, जो हर क्षेत्र के अनुभवी चिकित्सकों की बड़ी टीम मरीजों की सेवा एवं उचित परामर्श देने में अहर्निश लगी है।


देखा जाए तो यहां 32 से अधिक अनुभवी चिकित्सक एक ही कैंपस में रहते हैं। इनके द्वारा मेडिसिन एवं सर्जरी से संबंधित मरीजों का उपचार आयुष्मान के तहत किया जाता है। शांति हॉस्पिटल का मुख्य ब्रांच तीखमपुर बलिया में शांति हॉस्पिटल के नाम से संचालित है। जबकि इसका दूसरा ब्रांच शंकरपुर मझौली में स्थापित है।


बता दें कि शंकरपुर मझौली में हास्पिटल के साथ-साथ जिले का एकमात्र आयुर्वेदिक कॉलेज, शांति आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज चलता है। यहां गरीब एवं निर्धन मरीजों के उपचार की निःशुल्क व्यवस्था आयुष्मान कार्ड के तहत की जाती है। यह हॉस्पिटल अपने बेहतर कार्य एवं रोगियों के सही इलाज के लिए जाना जाता है।


डाक्टर आरबीएम पांडेय बताते हैं कि यहां नर्सिंग की शिक्षा भी दी जाती है, जो शांति इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज के नाम से संचालित है। संस्थान में फार्मेसी की भी पढ़ाई होती है, जो शांति कॉलेज आफ फार्मेसी के नाम से चलता है।
जनपद का यह एकमात्र ऐसा संस्थान है, जहां 30 से 32 अनुभवी चिकित्सकों की टीम एक साथ रहती है और मरीजों को सेवा देती है।


सनद रहे कि जनपद में जब सबसे पहले राष्ट्रीय बीमा योजना वर्ष 2009 में शुरू हुई थी, तब से शांति हॉस्पिटल एवं सर्जिकल सेंटर को इस योजना से जोड़ा गया और इसके तहत आयुष्मान कार्डधारकों का निःशुल्क इलाज यहां होता है। आयुष्मान के तहत इस संस्था द्वारा मेडिसिन एवं सर्जिकल से संबंधित मरीज लिए जाते हैं और उनका समुचित उपचार किया जाता है। मेडिसिन में किसी प्रकार की बीमारी अगर किसी व्यक्ति को है उसका उपचार, उसकी जांच, दवा एवं रहने की व्यवस्था आयुष्मान के तहत निःशुल्क की जाती है।


इसी प्रकार सर्जिकल के तहत किसी तरह की सर्जरी जैसे हाइड्रोसील, हर्निया, अपेंडिक्स, पित्त की थैली में पथरी, किडनी में पथरी एवं दूरबीन विधि से ऑपरेशन की भी सुविधा आयुष्मान के तहत उपलब्ध है। अभी तक आयुष्मान कार्डधारकों की बात करें तो 5000 से अधिक मरीज इस संस्था द्वारा स्वस्थ करके घर भेजे जा चुके हैं।

