लुई ब्रेल की 215वीं जयंती पर भावपूर्ण स्मरण
बलिया। प्रकृति के रहस्यों को जानने की जिज्ञासा ने मानव को आधुनिक विकास के पथ पर आरोह किया है। एेसा ही चमत्कार कर लुई ब्रेल ने दृष्टिबाधितों को ज्ञान की रोशनी दी है। उनके अविष्कार को ब्रेल लिपि कहा गया।
Dr. M. Alam
Dr. Ujjawal
Dr. V.S. Singh
रसड़ा क्षेत्र के पांडेयपुर-संवरा में बुधवार को नगीना ज्योति दृष्टि बाधितार्थ विद्यालय में लुई ब्रेल के 215 वीं जयंती समारोह को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रबंधक गुलाबचंद्र चौहान ने उपर्युक्त बाते कहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ लुई ब्रेल के चित्र पर पुष्प अर्पित करके किया गया।
Dr. P.K. Singh
Dr. D Rai
Dr. Aftab
गुलाबचंद्र चौहान ने भाषा विज्ञान में लिपियों के विकास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेत्रहीन लोगों की रोशनी अवश्य छीन गई है किंतु ईश्वर द्वारा एेसा ज्ञान प्रदान किया गया है जिसके बल पर ये कला व मेधा से देश ही नहीं अपितु विश्व पटल पर अपना व देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने दूर-दराज से आए दिव्यांग जनों को माल्यापर्ण कर गुलाबचंद्र ने उन्हें सम्मानित किया। इस मौके पर मोहन चौहान, नसीबुननिशा , रामध्यान, रामाशंकर, मुन्ना यादव, भोला चौहान, जितेंद्र चौहान, कृष्णा यादव, बालचंद ने भी संबोधित किया। संचालन मोहन चौहान ने किया।