आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे चिकित्सक करते हैं गरीब मरीजों का शोषण
अस्पताल से मरीजों को घर बुलाकर तय होता है सौदा, तब होता है ऑपरेशन
पैसा ना देने वाले मरीजों को किया जाता है मऊ व वाराणसी रेफर
बोले, आपातकालीन कक्ष में वेंटिलेटर, ईसीजी व सूगर जांच की मशीन तक नहीं..
चेतावनी : शोषण और भ्रष्टाचार के खिलाफ अब सपा करेगी आंदोलन
बलिया। जिला चिकित्सालय तथा महिला चिकित्सालय इन दोनों भ्रष्टाचार व गरीब मरीजों के शोषण का अड्डा बन चुका है। यहां पहुंचने वाले गंभीर मरीजों तथा उनके तीमारदारों से घर बुलाकर सौदेबाजी की जाती है। यहां बिना पैसा लिए उनका ऑपरेशन व इलाज नहीं होता।
अखिलानंद तिवारी
आलम यह है कि पैसा ना देने पर उक्त मरीज को गंभीर बता तत्काल मऊ अथवा वाराणसी रेफर कर दिया जाता है। सुविधाओं का टोटा भी एक कारण बना हुआ है।
बता दें कि लंबे समय से जिला एवं महिला अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में वेंटीलेटर, ईसीजी तथा शुगर जांच करने तक की व्यवस्था नहीं है। उक्त बातें समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष तथा फेफना विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक संग्राम सिंह यादव ने पत्रकारों से विशेष बातचीत के दौरान बताई।
Dr. B.K. gupta
फेफना विधायक ने इस दिशा में जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए चेतावनी दिया कि अगर जिला अस्पताल में शोषण और भ्रष्टाचार तत्काल नहीं बंद हुआ तो पार्टी कार्यकर्ता जिला अस्पताल परिसर में धरना देने का काम करेंगे।
Dr. P.K. Singh
Dr. Aftab
जिला अस्पताल के चिकित्सकों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला एवं महिला अस्पताल को माध्यम बनाकर चिकित्सक अपनी निजी दुकान चला रहे हैं। वर्तमान में कोई भी ऑपरेशन बिना पैसा लिए नहीं हो रहा है। यहां तक की गर्भवती महिलाओं के तीमारदारों से भी ऑपरेशन और नवजात शिशु को आईसीयू में रखने के नाम पर भी पैसा वसूला जा रहा है।
Dr. M. Alam
आलम यह है कि गरीब मरीज से ₹10000 से लेकर ₹40000 तक वसूला जा रहा है। ऐसे कई मामले उच्चाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के औचक निरीक्षण में सामने आए हैं। कई बार उच्चाधिकारियों के सामने मरीजों के तीमारदारों ने खुलेआम आरोप भी लगाया है। बावजूद उन चिकित्सकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
सपा जिला अध्यक्ष संग्राम सिंह यादव ने अभी कहा कि कुछ दिन पहले की बात है एक महिला चिकित्सालय में एक प्रसूता ने शिशु को जन्म दिया था। चिकित्सकों ने पहले महिला की स्थिति खराब होने एवं ऑपरेशन करने की बात कही थी, लेकिन बाद में नॉर्मल डिलीवरी हुई। फिर देर रात अचानक नवजात शिशु की हालत खराब होने की बात कह महिला अस्पताल में जच्चा यानि मां को छोड़कर शिशु यानि बच्चे को ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने अपने निजी अस्पताल में ले जाकर भर्ती कर दिया और मरीज को प्रतिदिन के हिसाब से लंबा बिल थमा दिया।
Dr. Shubham Rai
SHUBHAM RAI
बाद में मीडिया के माध्यम से मामला प्रकाश में आने एवं हो- हल्ला होने पर इस मामले को जैसे तैसे रफा-दफा किया गया। उन्होंने कहा कि यह बानगी मात्र है, ऐसे पीड़ित मरीज जिला एवं महिला अस्पताल में रोज देखें जाते हैं। यह व्यवस्था कब सुधरेगी ? इस पर शासन एवं जिला प्रशासन का ध्यान कब जाएगा ? लोग इसी तरह शोषण के शिकार होते रहेंगे या व्यवस्था में परिवर्तन होगा।
Dr. V.S. Singh
Dr. Ujjawal
विधायक ने पत्रकारवार्ता के माध्यम से कहा कि जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी का ध्यान आकृष्ट करते हुए कार्रवाई की मांग की। साथ ही कहा कि अगर व्यवस्था तत्काल नहीं सुधरी, तो समाजवादी पार्टी जिला अस्पताल के अंदर धरना -प्रदर्शन करने का काम करेगी।
Dr. Krishna Singh