रक्तचाप का असंतुलित होना हृदय रोग का मुख्य लक्षण-डा. कृष्णा सिंह
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए नियमित योग व व्यायाम अपनाएं
बलिया। आइए ! जानें कि हृदय को स्वस्थ कैसे रखा जाए ? इस बारे में वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर कृष्णा सिंह से हुई “हिन्दुस्तान हेल्थ टाइम्स” की विशेष बातचीत के कुछ अंश..।
सवाल : देखा जाए तो शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंग हृदय को कैसे स्वस्थ रखें ?
जवाब : वरिष्ठ फिजिशियन डा. कृष्णा सिंह बताते हैं कि हृदय रोग के मुख्य लक्षण रक्तचाप का असंतुलित होना है। सामान्य मनुष्य एवं स्वस्थ हृदय का रक्तचाप (बीपी) 120/80 होना चाहिए। अधिकतम 120 से 130 और न्यूनतम 80 हो। इसे सामान्य रक्तचाप और स्वस्थ हृदय का होना है। अगर यह अप्रत्याशित रूप से बढ़ता या घटता है तो निश्चित रूप से हृदय को बीमार व अस्वस्थ माना जाता है।
Dr. Krishna Singh
Dr. V.S. Singh
सवाल : हृदय रोग के लक्षण क्या हैं ?
जवाब : डाक्टर सिंह ने बताया कि जब हृदय में दिक्कत आने लगे, अचानक बीपी बढ़ जाए, अचानक सिर में तेज चक्कर आने लगे, चिड़चिड़ापन हो और खुद असहज महसूस करने लगें अथवा रक्तचाप एकाएक घट जाए तो भी ऐसे कंडीशन हो सकते हैं। ऐसे में तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है। मरीज को अपना चेकअप कराना जरूरी होता है। अगर व्यक्ति अपने रक्तचाप का सामान्य स्तर बनाए रखता है, तो वह हृदय रोग से बच सकता है। अपने हृदय को स्वस्थ रखने के लिए व्यक्ति को व्यायाम के अधीन खुद को रखना होगा। खान-पान, दिनचर्या और रात्रिचर्या दुरुस्त रखनी होगी। सोने और जगने का समय निश्चित करना होगा।
Dr. Ujjawal
Dr. B.K. gupta
Dr. P.K. Singh
Dr. Aftab
सवाल : पुरुष व महिला दोनों की बात करें तो हृदयारोग किसमें अधिक होता है ?
जवाब : वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. कृष्णा सिंह का कहना है कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों में हृदयघात के मामले अधिक मिलते हैं। इसकी मुख्य वजह अधिकतर पुरुष तनाव भरी जिंदगी जीते हैं। धूम्रपान एवं शराब का सेवन करते हैं। साथ ही महिलाओं की तरह कामकाजी नहीं होते।